Dharm Nagri Bharat (Temples in India)
Shree Bageshwar Dham Bala ji Sarkar Temple
Bala ji Darshan
Bala ji Darshan

Bageshwar Dham Sarkar मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है।  इस धाम में रामभक्त हनुमान जी अपने श्री बागेश्वर बालाजी महाराज के स्वरुप में वास करते हैं और भक्तों का भला करते हैं। इस मंदिर / धाम में आने के लिए सभी भक्तगणों को अपनी अर्जी लगानी होती है। अर्जी स्वीकार होने पर उन्हें निःशुल्क टोकन मिलता है।

Bala ji Darshan
North
Shree Bageshwar Dham Bala ji Sarkar Temple
Bala ji Darshan
Bala ji Darshan

Bageshwar Dham Sarkar मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है।  इस धाम में रामभक्त हनुमान जी अपने श्री बागेश्वर बालाजी महाराज के स्वरुप में वास करते हैं और भक्तों का भला करते हैं। इस मंदिर / धाम में आने के लिए सभी भक्तगणों को अपनी अर्जी लगानी होती है। अर्जी स्वीकार होने पर उन्हें निःशुल्क टोकन मिलता है।

Bala ji Darshan
श्री कष्टभंजन सारंगपुर हनुमान मंदिर

आश्चर्य की बात यह है कि बाल ब्रह्मचारी के रूप में प्रसिद्ध हनुमान जी के पैरों के नीचे है स्त्री के रूप में प्रतिमा शनि देव की जो कि व्याधि उपाधि के तौर पर जाने जाते हैं और जिन्होंने हनुमान जी से बचने के लिए स्त्री का स्वरूप धारण किया था। और आज भी यहां हनुमान जी की पूजा और अर्चना करने मात्र से शनि दोष दूर हो जाते हैं।कुछ भक्त तो मात्र शनि प्रकोप से बचने के लिए यहां आते हैं क्योंकि वो तो जानते हैं कि वो शनिदेव से डरते हैं लेकिन शनिदेव अगर किसी से डरते हैं तो वो स्वयं कष्ट भंजन हनुमान जी से।

हनुमान दर्शन
हनुमान दर्शन
West
श्री कष्टभंजन सारंगपुर हनुमान मंदिर

आश्चर्य की बात यह है कि बाल ब्रह्मचारी के रूप में प्रसिद्ध हनुमान जी के पैरों के नीचे है स्त्री के रूप में प्रतिमा शनि देव की जो कि व्याधि उपाधि के तौर पर जाने जाते हैं और जिन्होंने हनुमान जी से बचने के लिए स्त्री का स्वरूप धारण किया था। और आज भी यहां हनुमान जी की पूजा और अर्चना करने मात्र से शनि दोष दूर हो जाते हैं।कुछ भक्त तो मात्र शनि प्रकोप से बचने के लिए यहां आते हैं क्योंकि वो तो जानते हैं कि वो शनिदेव से डरते हैं लेकिन शनिदेव अगर किसी से डरते हैं तो वो स्वयं कष्ट भंजन हनुमान जी से।

हनुमान दर्शन
हनुमान दर्शन
Gomti Rajghat Naimisharanya

गोमती राजघाट नैमिषारण्य हिन्दुओं का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। जो उत्तर प्रदेश में लखनऊ से लगभग 80 किमी दूर सीतापुर जिले में है प्रतिदिन गोमतीराजघाट नैमिषारण्य,सीतापुर से माता गोमती के दर्शन व पूजा आरती का लाभ प्राप्त करे।।श्री अष्टांग कवच आरती की तरफ से सभी भक्तगणों को मां आदिगंगा गोमती का हार्दिक आशीर्वाद ।।

North
Gomti Rajghat Naimisharanya

गोमती राजघाट नैमिषारण्य हिन्दुओं का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। जो उत्तर प्रदेश में लखनऊ से लगभग 80 किमी दूर सीतापुर जिले में है प्रतिदिन गोमतीराजघाट नैमिषारण्य,सीतापुर से माता गोमती के दर्शन व पूजा आरती का लाभ प्राप्त करे।।श्री अष्टांग कवच आरती की तरफ से सभी भक्तगणों को मां आदिगंगा गोमती का हार्दिक आशीर्वाद ।।

Kanak Bhawan, Ayodhya

कनक भवन अयोध्या में राम जन्म भूमि, रामकोट के उत्तर-पूर्व में है। कनक भवन अयोध्या के बेहतरीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि यह भवन भगवान श्री राम जी से विवाह के तुरंत बाद महारानीकैकेयी जी द्वारा देवी सीता जी को उपहार में दिया गया था। यह देवी सीता और भगवान राम का निजी महल है।

EAST
Kanak Bhawan, Ayodhya

कनक भवन अयोध्या में राम जन्म भूमि, रामकोट के उत्तर-पूर्व में है। कनक भवन अयोध्या के बेहतरीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि यह भवन भगवान श्री राम जी से विवाह के तुरंत बाद महारानीकैकेयी जी द्वारा देवी सीता जी को उपहार में दिया गया था। यह देवी सीता और भगवान राम का निजी महल है।

शारदानगर बालाजी मंदिर

श्री बाला जी का मन्दिर पांच बीघा में फैला हुआ है यह स्थान शारदा नदी के किनारे बसा हुआ बहुत आकर्षक दिखाई पड्ता है | यहाँ की शुध्द जलवायु और पवित्र वतावरण मन को बहुत आनंद प्रदान करता है |यहाँ नगर जीवन की रचनाएँ भी देखने को मिलेंगी जहाँ घने वृक्षों के बीच मन्दिर बना हुआ है दूर -दूर से आये हुए भक्त अपनी थकान मिटते हुए प्रसाद कि दुकानों पर हाथ -पैर धोकर प्रसाद में श्री बाला जी के प्रिय भोग बेसन के लड्डू व फूल माला आदि लेकर मंदिर में प्रवेश करते हैं जहाँ पर विशाल श्री बाला जी के दर्शन करते हुए भगवान का भोग लगाते हैं और आशीर्वाद पातें हैं 

North
शारदानगर बालाजी मंदिर

श्री बाला जी का मन्दिर पांच बीघा में फैला हुआ है यह स्थान शारदा नदी के किनारे बसा हुआ बहुत आकर्षक दिखाई पड्ता है | यहाँ की शुध्द जलवायु और पवित्र वतावरण मन को बहुत आनंद प्रदान करता है |यहाँ नगर जीवन की रचनाएँ भी देखने को मिलेंगी जहाँ घने वृक्षों के बीच मन्दिर बना हुआ है दूर -दूर से आये हुए भक्त अपनी थकान मिटते हुए प्रसाद कि दुकानों पर हाथ -पैर धोकर प्रसाद में श्री बाला जी के प्रिय भोग बेसन के लड्डू व फूल माला आदि लेकर मंदिर में प्रवेश करते हैं जहाँ पर विशाल श्री बाला जी के दर्शन करते हुए भगवान का भोग लगाते हैं और आशीर्वाद पातें हैं